Shares of this defense sector company became rockets,

Defence Stocks: डिफेंस सेक्टर की इस कंपनी के शेयर बने रॉकेट,जाने क्या हैं वजह?

Defence Boost

Market Reaction

भारतीय रक्षा बाजार ने हाल ही में एक बड़ी उछाल का अनुभव किया है, जिसका कारण रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में रक्षा अधिग्रहण परिषद का एक महत्वपूर्ण निर्णय है। परिषद ने 84,650 करोड़ रुपये के विशाल कॉन्ट्रैक्ट को मंजूरी दी है, जिससे डिफेंस सेक्टर की प्रमुख कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है। इस फैसले का सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ा है, जहां डिफेंस सेक्टर की कंपनियां नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैं।

Key Contracts

इस मीटिंग में विभिन्न उपकरणों और तकनीकों के लिए मंजूरी दी गई है, जैसे कि एंटी टैंक माइंस, एयर डिफेंस टैक्टिकल कंट्रोल, हैवी वेट टॉरपीडोज़, और मीडियम रेंज मैरीटाइम रिकॉइल। इसके अलावा, फाइटल रिफ्यूलर एयरक्रॉफ्ट और सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियोज जैसी तकनीकी उन्नतियों को भी हरी झंडी दिखाई गई है। यह सभी अप्रूवल्स भारतीय सेना की सामर्थ्य बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होंगे।

Stock Surge

खासतौर पर, एचएएल, पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज, एमटीएआर टेक्नोलॉजीज और भारत फोर्ज जैसी प्रमुख कंपनियों ने शेयर बाजार में शानदार प्रदर्शन किया है। डाटा पैटर्न इंडिया लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। यह तेजी निवेशकों के लिए नए अवसर प्रदान करती है, साथ ही यह भारतीय डिफेंस सेक्टर की ताकत और विकास क्षमता को भी दर्शाती है।

Sector Allocation

यह भी उल्लेखनीय है कि हालिया बजट में डिफेंस सेक्टर के लिए 6.21 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जो इस सेक्टर के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह निवेश न केवल सेना को मजबूत करेगा बल्कि देश की आर्थिक प्रगति में भी योगदान देगा।

Conclusion

इस विशाल अप्रूवल से डिफेंस सेक्टर की कंपनियों को नई ऊर्जा मिली है, और निवेशकों के लिए यह एक संकेत है कि भारतीय रक्षा क्षेत्र में निवेश करने का यह एक अनुकूल समय है। यह भारत की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के प्रति सरकार की सजगता को भी प्रदर्शित करता है।

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