अडानी ग्रुप के शेयरों पर विदेशी निवेशक हुए फिदा, जानिए क्या है वजह : Adani Group Stocks
Adani Group Surge
गौतम अडानी की कंपनियों ने पिछले एक वर्ष में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। विशेष रूप से, विदेशी निवेशकों (FII) ने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया है। जैसे कि मार्च तिमाही में, उन्होंने Adani Group की छह मुख्य कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी में वृद्धि की। यह बढ़ोतरी तब आई जब पिछले वर्ष Hindenburg Research द्वारा जारी एक नकारात्मक रिपोर्ट के बावजूद, जिसने ग्रुप के शेयरों में गिरावट का कारण बना, अडानी Group के शेयर फिर से बढ़ने लगे हैं।

FII’s Confidence
इस बीच, आंकड़े बताते हैं कि मार्च तिमाही में Adani Ports में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी में 26 BPS की वृद्धि हुई, जो कि 14.98% हो गई। इसी प्रकार, Adani Green Energy और Adani Wilmar में भी FII holdings में 12 BPS की वृद्धि हुई है। Adani Power, Adani Total Gas, और NDTV में भी विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ी है। यह तेजी इस बात का संकेत है कि विदेशी निवेशक अडानी ग्रुप की विकास क्षमता में अपना विश्वास बढ़ा रहे हैं।
Retail vs Institutional
जहां एक ओर विदेशी निवेशक और म्यूचुअल फंड्स ने अपनी हिस्सेदारियों को बढ़ाया है, वहीं रिटेल इन्वेस्टर्स ने Adani Energy को छोड़कर अन्य सभी में प्रॉफिट बुकिंग की है। इस साल, Adani Ports के शेयरों में 31% की सबसे अधिक तेजी देखी गई है, जो निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
LIC’s Stake Adjustment
एलआईसी, जो कि भारत का सबसे बड़ा घरेलू संस्थागत निवेशक है, ने Adani Group की दो सीमेंट कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम की है। इसके बावजूद, एलआईसी की सात कंपनियों में हिस्सेदारी अभी भी बनी हुई है और इसकी वैल्यू में तीन महीने में 8,900 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी निवेशकों की बढ़ती उम्मीदों को दर्शाती है।
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